Wayanad landslides: 250 पार पहुंचा केरल के वायनाड में मरने वालों का आंकड़ा
केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन ने तबाही मचा दी है अभी तक 250 से ज्यादा मृत शरीर मिल चुके हैं अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है रेस्क्यू टीम अभी तक लगभग 3000 लोगों को बचाने में सफल हुई है,बताया जा रहा है लैंडस्लाइड से लगभग 4 गांव पूरी तरह साफ हो चुके हैं।
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बढ़ता जा रहा मौत का आंकड़ा
ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार, वायनाड में भूस्खलन के कारण अब तक 250 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि कई लोग अभी भी लापता हैं। रेस्क्यू टीमों द्वारा मलबे में फंसे लोगों को निकालने का कार्य जारी है।
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वायनाड के लिए रवाना
विपक्षी दल के नेता राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका गांधी के साथ वायनाड के लिए जा रहे हैं वायनाड पहुंचकर राहुल गांधी वायनाड की स्थिति को देखेंगे और पीढ़ित लोगों से भी मिलेंगे हालांकि राहुल गांधी बुधवार को ही वायनाड जाने वाले थे लेकिन खराब मौसम के चलते वो वायनाड नही जा पाए।
इसके साथ ही राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने वायनाड की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। राहुल गांधी, जो कि वायनाड से सांसद भी हैं उन्होंने स्थानीय प्रशासन से स्थिति का जायजा लेने और प्रभावित लोगों की मदद के लिए हर संभव कदम उठाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि वह स्वयं भी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और जरूरतमंदों को हर संभव सहायता प्रदान करेंगे।
स्कूल और कॉलेज बंद
भारी बारिश और भूस्खलन के कारण वायनाड के स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। प्रशासन ने रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। जिला प्रशासन ने लोगों को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाने से मना किया है और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।
भारतीय वायुसेना का रेस्क्यू ऑपरेशन
इन्डियन एयरफोर्स भी इस रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई है। वायुसेना के हेलीकॉप्टरों द्वारा फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। साथ ही राहत सामग्री भी प्रभावित क्षेत्रों में भेजी जा रही है।
बारिश का सिलसिला जारी
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई है। प्रशासन ने लोगों से घरों में ही रहने की अपील की है और आपात स्थिति में ही बाहर निकलने को कहा है।
वायनाड में भूस्खलन की इस घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। प्रशासन और रेस्क्यू टीमों द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं कि अधिक से अधिक लोगों की जान बचाई जा सके। प्रभावित लोगों को राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।