23 December 2024

Story of Manu bhaker: जानिए कोन है ओलंपिक में इतिहास रचने वाली मनु भाकर,16 साल की उम्र से कर रही देश का नाम रोशन।

Story of manu bhaker
Manu bhaker

Story of Manu bhaker: मनु भाकर कोन है, जानिए सबकुछ।

मनु भाकर, भारतीय निशानेबाज, ने पेरिस ओलंपिक 2024 में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। वह ओलंपिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला शूटर बन गई हैं। मनु भाकर का सफर प्रेरणादायक है, और उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है।

मनु भाकर का व्यक्तिगत जीवन

मनु भाकर हरियाणा के झज्जर की रहने वाली हैं। उनके पिता, रामकिशन भाकर, मर्चेंट नेवी में चीफ इंजीनियर हैं, और उनकी मां सुमेध देवी एक स्कूल टीचर हैं। मनु ने कई खेलों में भाग लिया और नेशनल लेवल तक पहुंचीं, लेकिन 2016 में उन्होंने शूटिंग को अपना मुख्य खेल बना लिया। उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें सफलता की ओर अग्रसर किया।

2018 में, मनु ने कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर सभी का ध्यान खींचा। उन्होंने 16 साल की उम्र में ही गोल्ड मेडल जीता था। इसके बाद, उन्होंने कई और इवेंट्स में सफलता प्राप्त की।

मनु भाकर की प्रेरणा- भागवत गीता!

मनु भाकर ने बताया कि मुश्किल समय में उन्होंने भगवत गीता पढ़ना शुरू किया था, जिससे उन्हें नई ऊर्जा और हिम्मत मिली। पेरिस ओलंपिक के दौरान, उन्होंने गीता के श्लोकों को याद किया, जिसने उन्हें मानसिक शांति और ध्यान केंद्रित करने में मदद की।

परिवार का समर्थन

मनु भाकर के परिवार का उनके सफर में बहुत बड़ा योगदान है। उनके पिता ने हमेशा उन्हें प्रोत्साहित किया और शूटिंग में करियर बनाने के लिए उनका साथ दिया। उनकी मां भी हमेशा उनके साथ खड़ी रहीं और उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाए रखा।

टोक्यो ओलंपिक 2020 में मिली थी निराशा

टोक्यो ओलंपिक 2020 में मनु भाकर से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वह तीन बड़े इवेंट्स में सफल नहीं हो सकीं। उनकी हार ने उन्हें हताश कर दिया, और बहुत से लोग मानने लगे कि वह भटक गई हैं। लेकिन मनु ने हार नहीं मानी। उन्होंने इस चुनौती को स्वीकार किया और अपनी मेहनत जारी रखी।

पेरिस ओलंपिक 2024 की जीत

पेरिस ओलंपिक 2024 में, मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर अपनी मेहनत का फल पाया। उन्होंने कोरियन शूटर्स को टक्कर दी और अंत तक संघर्ष किया। हालांकि वह सिल्वर मेडल से केवल 0.1 पॉइंट से चूक गईं, लेकिन उनकी उपलब्धि ने भारत को गर्वित किया।

story of manu bhaker/manu bhaker interview

मनु भाकर की यह उपलब्धि भारतीय खेल जगत के लिए प्रेरणा है। उनकी मेहनत और दृढ़ता ने यह साबित किया है कि सच्ची लगन और मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। मनु का सफर अभी भी जारी है, और भविष्य में उनसे और भी बड़ी उपलब्धियों की उम्मीद की जा रही है।

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