Rahul Gandhi met mochi: राहुल गांधी ने बनाया मोची को आत्मनिर्भर! जानिए पूरी घटना।
राहुल गांधी ने बदली मोची राम चैत की जिंदगी,पहले राहुल गांधी मोची से मिले फिर मोची को गिफ्ट भेजा और फिर फोन करके पूछे मोची के हालचाल और दिए अपने नंबर,जानिए क्या है पूरी कहानी।
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राहुल गांधी केसे मिले मोची से?
26 जुलाई को राहुल गांधी, सुल्तानपुर कोर्ट में मानहानि के मामले में अपना बयान दर्ज करवाने के बाद, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से दिल्ली लौट रहे थे। लेकिन अचानक उनका काफिला अयोध्या-प्रयागराज हाईवे पर विधायक नगर चौराहे के पास रुक गया। राहुल गांधी गाड़ी से उतरे और पैदल चलते हुए मोची राम चैत की दुकान पर पहुंचे। यह देख लोग हैरान रह गए और जल्द ही भारी भीड़ जमा हो गई।
राम चैत की कहानी
राम चैत, जो सदर तहसील के ढेस गांव में रहते हैं, लगभग 40 साल से जूतों की दुकान चला रहे हैं। राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान उन्होंने अपनी खराब आर्थिक स्थिति का जिक्र किया और मदद की गुहार लगाई। इस पर राहुल गांधी ने न केवल उनके साथ बैठकर उनकी बात सुनी,बल्कि उनके साथ बैठकर राहुल ने मोची के साथ जूते भी सिले।
राहुल ने भेजा मोची को गिफ्ट
मुलाकात के अगले दिन 27 जुलाई को राहुल गांधी ने मोची के लिए एक गिफ्ट बिजवाया, राम चैत ने बताया की राहुल गांधी ने उनके लिए सिलाई मशीन भेजी।
राहुल गांधी ने दिए राम चैत को अपने पर्सनल नंबर
राहुल गांधी ने बाद में राम चैत को फोन किया और उनका हालचाल लिया। राम चैत ने राहुल गांधी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके परिवार को राहुल गांधी के सम्मान और अपनापन के लिए जीवन भर कर्जदार रहेंगे। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी ने उन्हें अपना फोन नंबर भी दिया और कहा कि जब भी जरूरत हो, फोन करना।
राम चैत की जिंदगी पर राहुल गांधी का प्रभाव।
राहुल गांधी की दुकान पर आने के बाद राम चैत के दिन फिर गए। अब उनके घर बड़े-बड़े लोग पहुंच रहे हैं, उनका हालचाल पूछ रहे हैं और मदद के लिए भी हाथ बढ़ा रहे हैं। राम चैत ने कहा कि जो भी बदलाव हुआ है, वह सब राहुल गांधी की वजह से हुआ है।