Bangladesh protests: बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शैख हसीना ने दिया प्रधान मंत्री पद से इस्तीफा
बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शैख हसीना ने दिया इस्तीफा दे दिया है खबरों के मुताबिक वो भारत में शरण ले सकती है, पीएम हाउस पर हजारों आंदोलनकारियों ने हमला बोल दिया है, प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद स्थिति और भी गंभीर हो गई है। इसके बाद बांग्लादेश की सेना ने देश का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है, जिससे राजनीतिक और सामाजिक अस्थिरता की स्थिति बनी हुई है।
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प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा और देश छोड़ना
बढ़ते विरोध और राजनीतिक दबाव के चलते प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और देश छोड़कर चली गई हैं। उनके इस्तीफे ने राजनीतिक उथल-पुथल को और बढ़ा दिया है, जिससे देश में अनिश्चितता का माहौल है।
भारत में शरण ले सकती है शैख हसीना
खबरों के मुताबिक शैख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद वो बांग्लादेश छोड़कर भाग चुकी है बताया जा रहा है की शैख हसीना भारत में शरण ले सकती है हालांकि इस खबर की पुष्टि नही हुई है
सेना का नियंत्रण
शैख हसीना के प्रधान मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद देश में हिंसा और भी बड़ गई है लोगों ने पीएम हाउस के ऊपर भी हमला बोल दिया है साथ ही कई जगह प्रशासन और आम जनता के बीच हिंसक झड़प देखने को मिल रही है
प्रधानमंत्री के इस्तीफे के बाद, बांग्लादेश की सेना ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए देश का प्रशासनिक नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है। सेना प्रमुख वाकर-उज़-ज़मान ने घोषणा की है कि वे देश में शांति और स्थिरता बहाल करने के लिए तत्पर हैं। सेना ने कहा है कि वे जल्द से जल्द निष्पक्ष चुनाव कराने की दिशा में काम करेंगे, ताकि लोकतांत्रिक प्रक्रिया बहाल हो सके और देश को एक स्थायी सरकार मिल सके।
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बांग्लादेश की स्थिति
सेना के नियंत्रण के बावजूद देश में हिंसा और अशांति का माहौल बना हुआ है। विभिन्न शहरों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें जारी हैं, जिसमें सैकड़ों लोग घायल हो चुके हैं।
हिंसा के बढ़ते स्तर को देखते हुए कई क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है, जिससे संवाद और सूचना का आदान-प्रदान बाधित हुआ है।
बांग्लादेश में अशांति के पीछे कारण
बांग्लादेश में पिछले कई दिनों से आम जनता सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रही है, दरसल जेसे भारत में जाति के आधार पर आरक्षण दिया जाता है वैसे ही बांग्लादेश में उन लोगों को आरक्षण दिया जाता है जिनके पूर्वजों ने पाकिस्तान और बांग्लादेश के विभाजन में हिस्सा लिया था और बांग्लादेश को पाकिस्तान से अलग कर नया देश बनाने में मदद की थी
हालांकि लोग इसलिए नाखुश है क्योंकि जिन लोगों ने बांग्लादेश को पाकिस्तान से विभाजन में मदद की उन्हे आरक्षण मिले यहां तक तो ठीक है लेकिन उनके पोतों तक को आरक्षण दिया जा रहा है जिससे लोग नाखुश
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
बांग्लादेश में बढ़ती हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता को लेकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय चिंतित है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संगठनों ने बांग्लादेश से शांति और लोकतंत्र की बहाली के लिए अपील की है।
बांग्लादेश में वर्तमान संकट ने देश के राजनीतिक भविष्य को लेकर अनिश्चितता बढ़ा दी है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सेना कैसे इस स्थिति को संभालती है और क्या कोई शांतिपूर्ण समाधान निकलता है। अगर स्थिति का समाधान नहीं निकला, तो बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ सकती है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था और समाज पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।