Wayanad landslide: साउथ सुपरस्टार आए वायनाड में पीड़ितों की सहायता के लिए आगे की इतने रुपए दान
वायनाड भूस्खलन से पीढ़ित लोगों की मदद के लिए साउथ के सुपरस्टार आगे आ रहे हैं कुछ समय पहले अल्लू अर्जुन ने भूस्खलन पीड़ितों के लिए ₹25 लाख दान किए थे इसके कुछ समय बाद ही चिरंजीवी और उनके बेटे राम चरण दोनो ने मिलकर ₹1 करोड़ केरल के मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष दान किए हैं
दक्षिण भारतीय सिनेमा के अभिनेता अक्सर सामाजिक मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त करते हैं और जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आते हैं। वायनाड संकट के समय में भी, इन अभिनेताओं ने अपने योगदान के माध्यम से प्रभावित लोगों के प्रति अपनी संवेदनशीलता दिखाई है।
Table of Contents
अल्लू अर्जुन का योगदान
अल्लू अर्जुन, जो अपनी सामाजिक गतिविधियों के लिए भी जाने जाते हैं, ने इस संकट के समय में प्रभावित लोगों की मदद के लिए मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में ₹25 लाख का योगदान दिया है
अल्लू अर्जुन ने कहा“मैं वायनाड में हुए लैंडस्टाइड में गई जानों से मैं बहुत दुखी हूं. केरल से मुझे हमेश बहुत प्यार मिला है, और मैं 25 लाख रुपए केरल सीएम रिलीफ फंड में देकर अपना कुछ फर्ज निभाना चाहता हूं जिससे कि लोगों को पुनर्वास में मदद की जा सके. लोगों की सुरक्षा और ताकत के लिए प्रार्थना कर रहा हूं.”
ये भी पड़े:- वायनाड में भयंकर भूस्खलन
चिरंजीवी और राम चरण का योगदान
चिरंजीवी और उनके बेटे राम चरण ने भी इस राहत प्रयास में शामिल होकर 1 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। इन दोनों ने अपने सामाजिक दायित्व को निभाते हुए पीड़ितों की मदद के लिए यह कदम उठाया है
चिरंजीवी ने कहा: पिछले कुछ दिनों में केरल में प्रकृति के प्रकोप के कारण हुई तबाही और सैकड़ों बहुमूल्य जिंदगियों की हानि से अत्यंत व्यथित हूं। वायनाड त्रासदी के पीड़ितों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है। चरण और मैं मिलकर पीड़ितों के समर्थन के प्रतीक के रूप में केरल मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 करोड़ रुपये का योगदान दे रहे हैं। दर्द से पीड़ित सभी लोगों के ठीक होने के लिए मेरी प्रार्थना!
भूस्खलन की तबाही
केरल के वायनाड जिले में आई इस प्राकृतिक आपदा ने कई लोगों की जान ले ली है और हजारों परिवारों को बेघर कर दिया है। भूस्खलन के कारण संपत्ति और बुनियादी ढांचे का भी भारी नुकसान हुआ है।
वायनाड में हुए भूस्खलन से अभी तक 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है हजारों लोग बेघर हो चुके हैं, रेस्क्यू टीम अभी भी मलबे में फसे लोगों को बाहर निकाल रही है अभी भी कई लोग मिट्टी के अंदर हो सकते हैं रेस्क्यू टीम को कई टूटे हुए हाथ पैर मिले हैं जिनके पूरे शव अभी तक भरामद नही हुए हैं।
सरकार की ओर से भी पीड़ितों की सहायता की जा रही है कुछ समय पहले राहुल गांधी ने वायनाड का दौरा किया था जहां वो भूस्खलन से प्रभावित लोगों से मिले, दौरे के बाद राहुल गांधी ने एक बयान में कहा है की वो वायनाड में भूस्खलन से प्राभावित लोगों के लिए 100 से ज़्यादा घर बनवाएंगे।
सरकारी राहत प्रयास
राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। इसके साथ ही, विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा भी सहायता प्रदान की जा रही है।