Ed raid planing on Rahul Gandhi: राहुल गांधी का दावा मेरे ऊपर ईडी रेड की तैयारी कर रही है
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में आरोप लगाया है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उनके खिलाफ छापेमारी की योजना बना रही है। यह दावा राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर किया। उन्होंने कहा कि उन्हें इस छापेमारी का इंतजार है और वे इसे लेकर पूरी तरह तैयार हैं।
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राहुल गांधी का चक्रव्यू वाला भाषण
राहुल गांधी ने अपनी “चक्रव्यूह” स्पीच में केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह विपक्षी नेताओं को डराने और दबाने के लिए सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि यह सरकार विपक्ष की आवाज़ को दबाने की कोशिश कर रही है और ईडी जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल करके उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
क्या कहा राहुल गांधी ने?
राहुल गांधी ने अपने ऊपर होने वाली संभावित ईडी रेड को लेकर कहा कि वह इस तरह की छापेमारी का सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने लिखा, “जाहिर है, 2 में से 1 को मेरा चक्रव्यूह वाला भाषण अच्छा नहीं लगा. ईडी के अंदरूनी सूत्रों ने मुझे बताया है कि छापेमारी की तैयारी हो रही है. मैं ईडी का खुली बांहों से इंतजार कर रहा हूं. चाय और बिस्कुट मैं खिलाऊंगा.”
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि इस तरह की कार्रवाई से वह डरने वाले नहीं हैं और वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के इस दावे को गंभीरता से लिया है और केंद्र सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। पार्टी ने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई का उद्देश्य उन्हें और पार्टी को कमजोर करना है। कांग्रेस नेताओं ने इस मुद्दे पर एकजुट होकर सरकार की आलोचना की है और इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताया है।
सरकार की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, केंद्र सरकार पहले भी विपक्ष के इन आरोपों का खंडन करती रही है कि वह सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। सरकार का मानना है कि सभी एजेंसियां स्वतंत्र रूप से काम कर रही हैं और कानून के अनुसार कार्य कर रही हैं। सरकार का यह भी कहना है कि विपक्ष बेवजह ऐसे आरोप लगाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।
यह स्थिति तब सामने आई है जब देश में विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ एकजुट होकर विरोध करने की रणनीति अपनाई है। विपक्ष का मानना है कि सरकार के इस प्रकार के कदम से लोकतंत्र और स्वतंत्रता खतरे में है।